Best of the Traditional Marketing vs Digital Marketing

Traditional Marketing व  Digital Marketing  हमारे व्यवसाय करने के  माध्यम का  नाम है जिसमें व्यवसाय का प्रचार प्रसार करने के तरीके पर निर्भर करता है कि हम कौन सा व्यवसाय कर रहे हैं अगर हम न्यूज़ पेपर , पंपलेट, पोस्टर, बैनर, होर्डिंग, रेडियो का उपयोग कर रहे हैं तो हम ट्रेडिशनल मार्केट कर रहे हैं 

ट्रेडिशनल मार्केट का विकसित रूप से Digital Marketing 

 है जिसमें हम डिजिटल साधनों का प्रयोग अपने व्यवसाय और व्यापार को बढ़ाने के लिए करते हैं जैसे कि इंटरनेट, फेसबुक, व्हाट्सएप, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम, वेबसाइट जैसे सभी प्रकार के सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग हम करते हैं तो यह डिजिटल मार्केटिंग है

Traditional Marketing  हमारे सबसे प्राचीन व्यवसाय का प्रचार -प्रसार के व्यवसाय  तरीका का नाम है ।  

 Traditional Marketing    इसमें लोग फिजिकली जाकर कुछ भी सामान खरीदते व पेमेंट करते थे , 

 अपनी जरूरत के हिसाब से सामान खरीदते हैं |  

Traditional Marketing ट्रेडिशनल मार्केट में प्राचीन समय में वस्तुओं का आदान प्रदान कर भी  एक दूसरे के  आवश्यकताओं की पूर्ति करते थे ।

ट्रेडिशनल मार्केट में प्रोडक्ट एक लंबी प्रक्रिया से गुजरते हुए उपभोक्ता तक पहुंचती है ।

Traditional Marketing   बहुत अधिक प्रॉफिट मार्जिन जोड़ दी जाती है जो कि बहुत सारे व्यक्तियों जैसे कंपनी होल सेलर  डिस्ट्रीब्यूटर रिटेलर  तक होते हुए उपभोक्ता तक पहुंचती है ।

Digital Marketing

Traditional Marketing  का विकसित रूप ही Digital Marketing है जिसमें इंटरनेट का प्रयोग किया जाता है ।

 Digital Marketing सोशल मीडिया के  माध्यम से हम घर बैठे ही अपने पूरे प्रोडक्ट्स देख सकते हैं , खरीद सकते हैं,और पेमेंट कर सकते हैं  । नेट  बैंकिंग के माध्यम से 

Digital Marketing समय की बचत लाने में सुविधाजनक क्योंकि इसमें प्रोडक्ट की घर पहुंच सेवा प्रदान की जाती है।

Digital Marketing व्यवसाय का प्रचार प्रसार का माध्यम ऑनलाइन यह सोशल मीडिया होता है जैसे कि फेसबुक इंस्टाग्राम व्हाट्सएप टि्वटर क्योंकि कम समय में ही लाखों व्यक्तियों तक पहुंच सकती है और इसमें  कम इन्वेस्टमेंट में अच्छे से व्यापार हम कर सकते हैं।                                       

Traditional Marketing और Digital Marketing अन्तर

1 Traditional Marketing  में जुड़ाव  स्थानीय होता है अर्थात कम लोग जुड़ पाते हैं 

जबकि Digital Marketing में बहुत  दूर-दूर के लोग इसमें जोड़ पाते हैं

Traditional Marketing  में परिवर्तन धीमा होता है 

जबकि Digital Marketing में परिवर्तन बहुत तेजी से होती है

3 Traditional Marketing  की प्रकृति स्थिर होती है अर्थात बहुत धीरे-धीरे बदलती है

 जबकि Digital Marketing की प्रकृति अस्थिर होती है हमेशा बदलती रहती है

4 Traditional Marketing  में लागत मूल्य बहुत अधिक लगती है जिससे कम पूंजी वाले इस व्यवसाय को सही ढंग से नहीं चला सकते 

जबकि Digital Marketing में कम लागत में भी अच्छे से व्यवसाय कर सकते हैं और कम पूंजी में ही बहुत दूर-दूर तक अपने बिजनेस को फैला सकते हैं

 5 Traditional Marketing  में आसानी से नहीं मापा जा सकता 

जबकि Digital Marketing में आसानी से मापा जा सकता है

Traditional Marketing   कम प्रभावशील है बहुत कम व्यक्तियों को ही प्रभावित कर सकते हैं 

जबकि डिजिटल मार्केटिंग में प्रभावशीलता बहुत अधिक है इसमें बहुत अधिक व्यक्तियों तक हम पहुंच सकते हैं अपने व्यापार का प्रचार प्रसार कर सकते हैं 

7 Traditional Marketing  में नजर रखना संभव नहीं 

जबकि Digital Marketing में नजर रखना संभव है

8 Traditional Marketing  में पहुंच स्थानीय होता है 

जबकि Digital Marketing में पहुंच  वैश्विक किस स्तर पर होता है

Traditional Marketing  में बदलाव संभव नहीं  है  

जबकि डिजिटल मार्केटिंग में बदलाव आसानी से किया जा सकता है

10 Traditional Marketing  में परिणाम बहुत धीमी गति से मिलती है जिससे धीमी गति से व्यापार का विकास होता है 

जबकि Digital Marketing बहुत तेजी से  विकास  करता है आप व्यापार व्यवसाय का विकास तीव्र गति से पूरे विश्व में फैल जाती है

11 Traditional Marketing  में सूचना का आदान प्रदान नहीं हो  पता है 

जबकि Digital Marketing में सूचना का आदान प्रदान होता है 

12 Traditional Marketing  में विज्ञापनों को आसानी से नहीं हटाया जा सकता या आसानी से बंद नहीं किया जा सकता है 

 जबकि Digital Marketing में विज्ञापन आसानी से हटाया जा सकता है अर्थात विज्ञापन को आसानी से बंद कर सकते हैं

Traditional Marketing के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हो सकते हैं:

1 .स्थानिक प्रभाव: Traditional Marketing में स्थानीयता का प्रभाव बहुत अधिक देखने को मिलता है, क्योंकि इसमें स्थान किसी एक ही स्थान के लोग ही उस सामान को परचेज कर सकते हैं।

2 .विश्वास और निष्ठा:Traditional Marketing मैं लोग अपने उपयोग के  सम्मान को देखकर छूकर पूरे विश्वास निष्ठा के साथ खरीदते हैं उपयोग करते हैं। 

3 .ध्यान केंद्रित करना: Traditional Marketing में लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रकार के कूपन ,ऑफर आदि देकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया जाता है।

4 .व्यक्तिगत संपर्क:Traditional Marketing मैं व्यापार  का मुख्य साधन है व्यक्तिगत संपर्क क्योंकि इसमें उपयोगकर्ता उपभोक्ता पर्सनली एक  शाप  तक जाता है, और अपनी  पसंद का सामान खरीद कर घर लाता है

5 .नियंत्रण: Traditional Marketing में उपयोगकर्ता का पूरा नियंत्रण होता है वह अपने जोक उपयोग की जाने वाली सामग्रियों पर देखकर परख अपने बजट के हिसाब से सामान खरीदता  है।

यहां यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि Traditional Marketing के साथ-साथ Digital Marketing का उपयोग करना भी एक संयुक्त मार्केटिंग रणनीति के रूप में विचारा जा सकता है, ताकि व्यापारों को दोनों विश्वों से लाभ उठाने का मौका मिल सके।

Digital Marketing के कई महत्वपूर्ण लाभ हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

1 .व्यापार के लिए विशाल विकल्प: Digital Marketing ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करके  व्यापार करने के लिए विशाल क्षेत्र प्रदान करता है। 

यह उन्हें विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया, वेबसाइट, ईमेल मार्केटिंग,  सर्चइंजन मार्केटिंग आदि का प्रयोग करके ग्राहकों तक पहुंचने की सुविधा देता है।

2 .संचार और संपर्क में सुविधा: Digital Marketing उपभोक्ता (लोग ) और व्यापारों के बीच संचार और संपर्क में सुविधा प्रदान करता है।

 ईमेल, सोशल मीडिया, चैट, वीडियो कॉल, ब्लॉगिंग, आदि के माध्यम से व्यापार निर्माण, ग्राहक सेवा, संदेशन, समर्थन, और प्रतिक्रिया आसानी से किया जा सकता है।

3 .संदर्भित ग्राहकों के अनुसार मार्केटिंग: Digital Marketing उपभोक्ता के स्वाद, पसंद और सामग्री उपयोग के आधार पर  व्यापार  करने की सुविधा प्रदान करता है।

 व्यवसायियों  को उपयोग  के आंकड़े, पसंद, आदि के आधार पर लक्ष्य प्रदर्शित करने और विपणन करने की अनुमति होती है। यह उपभोक्ता के साथ व्यक्तिगत और मार्केटिंग का संभावित निर्माण करता है।

4 .मापन और विश्लेषण: Digital Marketing  व्यवसायियों को मार्केटिंग प्रचार और प्रदर्शन का मापन और विश्लेषण करने की सुविधा प्रदान करता है। 

यह उपयोगकर्ता के संदेशों के साथ क्रियाएं, प्रतिक्रिया, साझा करने, और उत्पन्न कार्रवाई को मॉनिटर करने की सुविधा प्रदान करता है।

 व्यापारों को विपणन अभियांत्रिकी का संशोधन करने और मार्केटिंग प्रचार की प्रभावीता का मूल्यांकन करने में मदद मिलती है।

5 .लागत प्रभावी: Digital Marketing सामान्य रूप से Traditional Marketing के मुकाबले लागत प्रभावी होता है। इंटरनेट पर विज्ञापन स्थान और प्रिंट मीडिया विज्ञापन के मुकाबले कम खर्च करते हैं और अधिक लक्ष्य ग्राहकों तक पहुंच पाने में मदद करते हैं। 

इसके अलावा,Digital Marketing के विज्ञापन का प्रभावशीलता का मापन करने के लिए उपयोगकर्ताओं को विस्तृत डेटा और विश्लेषण की सुविधा होती है, जिससे उन्हें अपनी मार्केटिंग अभियांत्रिकी को समायोजित करने का मौका मिलता है।

यहां यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि Digital Marketing और Traditional Marketing एक-दूसरे को पूरक भी बना सकते हैं। 

आजकल, बहुत से व्यापारियों  द्वारा एक संयुक्त मार्केटिंग रणनीति का उपयोग किया जाता है, जिसमें वे Traditional Marketing और Digital Marketing के तत्वों को संयोजित करके अपने उपभोक्ताओं को सर्वोत्तम अनुभव प्रदान करने का प्रयास करते हैं।

Conclusion :

आज के समय में अपने व्यापार एवं व्यवसाय को बढ़ाने के लिए डिजिटल मार्केटिंग Traditional Marketing दोनों ही  साधना को को अगर हम अपनाते हैं तो अपना बिजनेस बहुत तेजी से ग्रो  हो सकता है

क्योंकि कुछ स्थानों पर अभी वर्तमान समय में भी इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है

अगर हम अपने बिजनेस को बहुत तेजी से करंट बनाना चाहते हैं तो दोनों व्यापार के साधनों को अपनाना पड़ेगा तभी हम तेजी से अपने व्यापार को बढ़ा सकते हैं

जो कि वर्तमान सुमन को देखते हुए आवश्यक हो गया है क्योंकि वर्तमान समय में कंपटीशन बहुत अधिक बढ़ चुकी है तो मैं यही कहूंगा कि हमें डिजिटल मार्केटिंग और ट्रेडीशनल मार्केटिंग दोनों को ही अपनाना होगा 

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